सपने... सपने...
इक अनोखी चुभन होगी, किसी की जिंदगी को जानकर आंसू भी आ जाएंगे आँखों में, उस दर्द को अपना मानकर । इक अनोखी चुभन होगी, किसी की जिंदगी को जानकर आंसू भी आ जाएंगे आँखों में, उस दर्द ...
हल्की रुई के रेशे हैं, ये हवा से भी हल्के हैं ना ठोर ना ठिकाना ना उड़ने के सलीके हैं. हल्की रुई के रेशे हैं, ये हवा से भी हल्के हैं ना ठोर ना ठिकाना ना उड़ने के सल...
चलो कहीं घूमने चलते हैंं, कहीं दूर भूल सब कहीं विचरते हैं। चलो कहीं घूमने चलते हैंं, कहीं दूर भूल सब कहीं विचरते हैं।
यह विमोचन काफी था, यह स्वर्ग काफी था। यह विमोचन काफी था, यह स्वर्ग काफी था।
प्यारी बिटिया प्यारी बिटिया